लोकपाल बिल को लेकर सरकार से खुश नहीं है संवाददाताओं से हुई बार्ता में अन्ना ने कहा कि सरकार छह महीने से झूठ बोल रही है| सरकार ने हमारे देश के साथ धोखा किया है| प्रधानमंत्री वादा कर पलट गए. ऐसा कहना है अन्ना हजारे का| अनशन के लिए अपने घर से अन्ना मुंबई के लिए निकले. घर से निकलते समय अन्ना ने मीडिया के माध्यम से देश को संबोधित किया|अन्ना ने साफ कर दिया कि मेरा आंदोलन किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है. कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन होने की आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए अन्ना ने कांग्रेस से पूछा कि वह कब पार्टी के खिलाफ आंदोलन किए? साथ ही अन्ना ने सरकार से यह भी पूछा कि सरकार यह बताए कि सरकार ने कब भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कानून बनाया?अन्ना ने कहा कि यह आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ है. यह किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है| भ्रष्टाचार के कारण गरीबों का जीना मुहाल हो गया है. अब तो सत्ता से पैसा और पैसा से सत्ता का बोलबाला है|अन्ना ने एक बार फिर कहा कि करपश्न एक नासूर बन गया है और पिछले 25 साल से लंबित पड़ा लोकपाल का मामला अभी भी लंबित है.अन्ना ने बताया, ‘27, 28 और 29 दिसंबर को मुंबई में अनशन होगा जबकि 30 दिसंबर से सोनिया गांधी जी के घर के बाहर मेरा धरना होगा जो तीन दिनों तक चलेगा.’अन्ना ने कहा कि मुझे पता है कि सरकार की ताकत बड़ी है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव के आंदोलन के खिलाफ सरकार ने जो कदम उठाए क्या यही उनका पुरुषार्थ था? सरकार ने रात में एक बजे महिलाओं के ऊपर लाठीचार्य किया क्या यही सरकार का पुरुषार्थ था? अन्ना ने कहा कि मेरे साथ भी सरकार ऐसा कुछ कर सकती है लेकिन मुझे मृत्यु का भय नहीं है क्योंकि मेरा जीवन भगवान का दिया हुआ बोनस है.अन्ना ने युवाओं से अपील की कि वह अहिंसा की राह पर आगे बढ़ें. अहिंसा में काफी ताकत है. उन्होंने कहा कि मुझे मौत से डर नहीं है| देश के लिए मरना गौरव की बात है. अन्ना ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव ने देश के लिए जो कुबार्नी दी उसे हमें याद रखना है|जब उनसे पूछा गया कि आपकी तबियत कैसी है तो अन्ना ने कहा कि दो दिन हमारी तबीयत खराब हो गई थी लेकिन अब अनशन के लिए ठीक हो गई है|

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