यह वो नशा है जिसकी बेहोशी से आदमी कभी नहीं उठता यह वो दबा है जिसे बीमारी और बदती है| फिर भी लोग सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनकर इस ज़हर का सेवन किये जा रहे हैं| धूम्रपान करने वालों को अकसर लगता है कि अगर वे धूम्रपान छोड़ देंगे तो उनके जीवन की गुणवत्ता कम हो जाएगी लेकिन उनका सोचना गलत है.एक शोध से पता चला है कि जो लोग धूम्रपान से किनारा कर लेते हैं, वे धूम्रपान करने वालों की तुलना में कहीं ज्यादा संतुष्ट, स्वस्थ और खुश रहते हैं.शोध का नेतृत्व कर रहे यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ के मेगान पाइपर और उनकी टीम ने यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या घूम्रपान छोड़ना मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक रहता है?
पाइपर ने कहा, 'हमारी खोज बताती है कि अगर कोई धूम्रपान छोड़ दे तो वह धूम्रपान करने वाले लोगों की तुलना में लम्बे समय तक खुशहाल और संतुष्ट रह सकते हैं.'जर्नल ऐनल्स ऑफ बिहेव्यरल मेडिसन के अनुसार सेहत में सुधार, चिकित्सकों का लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए शिक्षित करना और प्रेरित करना धूम्रपान छोड़ने के अच्छे अनुभवों में शामिल है.यूनिवर्सिटी के एक बयान के अनुसार शोधकर्ताओं ने धूम्रपान विराम परीक्षण में 1,504 धूम्रपान करने वाले लोगों की स्वास्थ्य गुणवत्ता, सकारात्मक बनाम नकारात्मक भावनाओं, रिश्तों की संतुष्टि का मूल्यांकन किया. यह मूल्यांकन एक साल और फिर तीन साल बाद किया गया.शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन्होंने लंबे समय से धूम्रपान छोड़ दिया था, उनमें कई सुधार देखे गए.
पाइपर ने कहा, 'हमारी खोज बताती है कि अगर कोई धूम्रपान छोड़ दे तो वह धूम्रपान करने वाले लोगों की तुलना में लम्बे समय तक खुशहाल और संतुष्ट रह सकते हैं.'जर्नल ऐनल्स ऑफ बिहेव्यरल मेडिसन के अनुसार सेहत में सुधार, चिकित्सकों का लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए शिक्षित करना और प्रेरित करना धूम्रपान छोड़ने के अच्छे अनुभवों में शामिल है.यूनिवर्सिटी के एक बयान के अनुसार शोधकर्ताओं ने धूम्रपान विराम परीक्षण में 1,504 धूम्रपान करने वाले लोगों की स्वास्थ्य गुणवत्ता, सकारात्मक बनाम नकारात्मक भावनाओं, रिश्तों की संतुष्टि का मूल्यांकन किया. यह मूल्यांकन एक साल और फिर तीन साल बाद किया गया.शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन्होंने लंबे समय से धूम्रपान छोड़ दिया था, उनमें कई सुधार देखे गए.

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