पंजाब और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में सोमवार को भारी मतदान हुआ. पंजाब में जहां 77 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया, वहीं उत्तराखंड में 70 प्रतिशत मतदान हुआ. इन दोनों राज्यों में भाजपा गठबंधन और कांग्रेस आमने सामने है.दिल्ली में चुनाव आयोग ने बताया कि पंजाब में 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए 77 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया और उत्तरखंड में 70 प्रतिशत मतदान हुआ. आयोग के अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों राज्यों में कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर स्थिति शांतिपूर्ण बनी रही.
बहरहाल, पंजाब के फिरोजपुर से प्राप्त खबरों के अनुसार संघषरे में गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए कुल 1,078 उम्मीदवार अपनी चुनावी तकदीर आजमा रहे हैं. मुख्यमंत्री पद की दावेदारी कर रहे प्रकाश सिंह बादल और अमरिन्दर सिंह समेत उनकी चुनावी किस्मत ईवीएम में सील हो गई. मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कुछ जिलों में प्रतिद्वन्द्वी उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच मामूली झड़प की खबर सामने आई है.
हालांकि बठिंडा और लुधियाना से मामूली झड़पों की रिपोटे’ मिली हैं, निर्वाचन कार्यालय का कहना है कि चुनाव शांतिपूर्ण रहा और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. इस बीच प्राप्त खबरों के अनुसार कुछ लोगों ने लुधियाना के भाजपा युवा मोर्चा महासचिव संजय कपूर पर हमला किया। कपूर को मामूली चोटे आई हैं.
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार बठिंडा में अमरीक सिंह रोड पर स्थित डेरा सच्चा सौदा कार्यालय पर पत्थर फेंके गए. बहरहाल, पुलिस हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पाया गया. उधर पूर्व मंत्री मनप्रीत बादल के नेतृत्व वाली पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब ने बुढलाडा में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं.
उत्तराखंड में सोमवार को तीसरी विधान सभा के लिये हुये मतदान में करीब 70 फीसदी मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग करने से राज्य में कुल 788 मतदाताओं की किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में बंद हो गयी.
राज्य में प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर, नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत के अतिरिक्त कई मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों तथा विधायकों की किस्मत वोटिंग मशीन में बंद हो गयी. राष्ट्रीय पार्टियों के अतिरिक्त अन्य पार्टियों तथा निर्दलीय में 578 प्रत्याशियों के भाग्य भी वोटिंग मशीन में कैद हो गये.
राज्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि पूरे राज्य में सोमवार को एक साथ शुरू हुये मतदान के समाप्त होने के समय तक 70 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. राज्य में अधिकतर स्थलों पर आज मौसम साफ होने के चलते सुबह ठीक आठ बजे से मतदान कार्य शुरू होते ही लोग मतदान करने पहुंचने लगे थे. उत्तरखंड में मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक मतदान कार्य सम्पन्न हुआ.
पंजाब में इवीएम में छेड़छाड की शिकायत के बारे में पूछे जाने पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सुरक्षित स्टॉक की कुछ मशीनों को एडजस्ट किया जा रहा था जब पीपीपी के कुछ सदस्य को लगा कि कुछ छेडछाड़ की जा रही है लेकिन ऐसा कोई मामला नहीं था.
इस बीच ये भी रिपोर्ट हैं कि कुछ मशीनों में तकनीकी गड़बड़ियां आ गई जिनसे मतदान प्रक्रिया में थोड़ी देर के लिए व्यवधान पैदा हो गया. बहरहाल, इन्हें तत्काल बदल दिया गया और सुरक्षित स्टाक की मशीनों का उपयोग किया गया.
पंजाब में अपनी चुनावी किस्मत आजमाने वालों में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अपनी परंपरागत लांबी सीट से, उनके कांग्रेसी प्रतिद्वंद्वी अमरिन्दर सिंह (पटियाला), मुख्यमंत्री के पुत्र सुखबीर बादल (जलालाबाद) और रनिन्दर सिंह (समाना), पूर्व मुख्यमंत्री राजिन्दर कौर भट्टल (लहरा) शामिल हैं. एसजीपीसी की पूर्व प्रमुख बीबी जागीर कौर भोलाथ से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रही हैं जबकि पूर्व पुलिस प्रमुख पीएस गिल मोगा से विधानसभा में प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं.
बादल गांव में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र सुखवीर बादल ने अपना मत डाला. इसके अलावा मुख्यमंत्री से अलग हुए उनके संबंधी मनप्रीत बादल ने भी मतदान डाला. वर्ष 2007 में अकाली दल.भाजपा गठबंधन सत्ता में आया था. अकाली दल को 49 सीट, भाजपा को 19 सीट मिली जबकि कांग्रेस के खाते में 44 सीट गई थी.
बहरहाल, उत्तराखंड में मतदान में हिस्सा लेने वाले कुल मतदाताओं की संख्या 63 लाख 78 हजार 292 थी जिसमें 32 लाख 84 हजार 345 पुरूष और 29 लाख 93 हजार 610 महिला मतदाता थे. इनके अतिरिक्त सेना सहित विभिन्न बलों में कार्यरत एक लाख 337 मतदाता भी पंजीकृत थे. मतदान कार्य अपराह्न ठीक पांच बजे समाप्त हो गया.
राज्य में सुबह आठ बजे कुल 9744 मतदान केन्द्रों पर एक साथ मतदान कार्य शुरू हुआ. इनमें 1794 संवेदनशील तथा 1252 अति संवेदनशील मतदान केन्द्र भी शामिल हैं जहां विशेष सुरक्षा के इंतजाम किये गये थे.
बहरहाल, पंजाब के फिरोजपुर से प्राप्त खबरों के अनुसार संघषरे में गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए कुल 1,078 उम्मीदवार अपनी चुनावी तकदीर आजमा रहे हैं. मुख्यमंत्री पद की दावेदारी कर रहे प्रकाश सिंह बादल और अमरिन्दर सिंह समेत उनकी चुनावी किस्मत ईवीएम में सील हो गई. मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कुछ जिलों में प्रतिद्वन्द्वी उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच मामूली झड़प की खबर सामने आई है.
हालांकि बठिंडा और लुधियाना से मामूली झड़पों की रिपोटे’ मिली हैं, निर्वाचन कार्यालय का कहना है कि चुनाव शांतिपूर्ण रहा और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. इस बीच प्राप्त खबरों के अनुसार कुछ लोगों ने लुधियाना के भाजपा युवा मोर्चा महासचिव संजय कपूर पर हमला किया। कपूर को मामूली चोटे आई हैं.
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार बठिंडा में अमरीक सिंह रोड पर स्थित डेरा सच्चा सौदा कार्यालय पर पत्थर फेंके गए. बहरहाल, पुलिस हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पाया गया. उधर पूर्व मंत्री मनप्रीत बादल के नेतृत्व वाली पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब ने बुढलाडा में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं.
उत्तराखंड में सोमवार को तीसरी विधान सभा के लिये हुये मतदान में करीब 70 फीसदी मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग करने से राज्य में कुल 788 मतदाताओं की किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में बंद हो गयी.
राज्य में प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर, नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत के अतिरिक्त कई मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों तथा विधायकों की किस्मत वोटिंग मशीन में बंद हो गयी. राष्ट्रीय पार्टियों के अतिरिक्त अन्य पार्टियों तथा निर्दलीय में 578 प्रत्याशियों के भाग्य भी वोटिंग मशीन में कैद हो गये.
राज्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि पूरे राज्य में सोमवार को एक साथ शुरू हुये मतदान के समाप्त होने के समय तक 70 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. राज्य में अधिकतर स्थलों पर आज मौसम साफ होने के चलते सुबह ठीक आठ बजे से मतदान कार्य शुरू होते ही लोग मतदान करने पहुंचने लगे थे. उत्तरखंड में मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक मतदान कार्य सम्पन्न हुआ.
पंजाब में इवीएम में छेड़छाड की शिकायत के बारे में पूछे जाने पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सुरक्षित स्टॉक की कुछ मशीनों को एडजस्ट किया जा रहा था जब पीपीपी के कुछ सदस्य को लगा कि कुछ छेडछाड़ की जा रही है लेकिन ऐसा कोई मामला नहीं था.
इस बीच ये भी रिपोर्ट हैं कि कुछ मशीनों में तकनीकी गड़बड़ियां आ गई जिनसे मतदान प्रक्रिया में थोड़ी देर के लिए व्यवधान पैदा हो गया. बहरहाल, इन्हें तत्काल बदल दिया गया और सुरक्षित स्टाक की मशीनों का उपयोग किया गया.
पंजाब में अपनी चुनावी किस्मत आजमाने वालों में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अपनी परंपरागत लांबी सीट से, उनके कांग्रेसी प्रतिद्वंद्वी अमरिन्दर सिंह (पटियाला), मुख्यमंत्री के पुत्र सुखबीर बादल (जलालाबाद) और रनिन्दर सिंह (समाना), पूर्व मुख्यमंत्री राजिन्दर कौर भट्टल (लहरा) शामिल हैं. एसजीपीसी की पूर्व प्रमुख बीबी जागीर कौर भोलाथ से अपनी चुनावी किस्मत आजमा रही हैं जबकि पूर्व पुलिस प्रमुख पीएस गिल मोगा से विधानसभा में प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं.
बादल गांव में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र सुखवीर बादल ने अपना मत डाला. इसके अलावा मुख्यमंत्री से अलग हुए उनके संबंधी मनप्रीत बादल ने भी मतदान डाला. वर्ष 2007 में अकाली दल.भाजपा गठबंधन सत्ता में आया था. अकाली दल को 49 सीट, भाजपा को 19 सीट मिली जबकि कांग्रेस के खाते में 44 सीट गई थी.
बहरहाल, उत्तराखंड में मतदान में हिस्सा लेने वाले कुल मतदाताओं की संख्या 63 लाख 78 हजार 292 थी जिसमें 32 लाख 84 हजार 345 पुरूष और 29 लाख 93 हजार 610 महिला मतदाता थे. इनके अतिरिक्त सेना सहित विभिन्न बलों में कार्यरत एक लाख 337 मतदाता भी पंजीकृत थे. मतदान कार्य अपराह्न ठीक पांच बजे समाप्त हो गया.
राज्य में सुबह आठ बजे कुल 9744 मतदान केन्द्रों पर एक साथ मतदान कार्य शुरू हुआ. इनमें 1794 संवेदनशील तथा 1252 अति संवेदनशील मतदान केन्द्र भी शामिल हैं जहां विशेष सुरक्षा के इंतजाम किये गये थे.

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